
काबुल: बीते शनिवार को अफ़ग़ानिस्तान के गुरुद्वारे पर हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट ने ली है और इसे पैगंबर के समर्थन में किया गया काम बताया है। गुरुद्वारे पर हुए हमले में सिख समुदाय के एक सदस्य समेत 2 लोगों की मौत हो गई थी।
आतंकी समूह की वेबसाइट ‘अमाक’ पर पोस्ट किए गए बयान में इस्लामिक स्टेट से सम्बंधित इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) ने कहा, शनिवार को किया गया हमला हिंदुओं, सिखों और उन धर्मभ्रष्ट लोगों के खिलाफ है जिन्होंने अल्लाह के दूत का अपमान करने में साथ दिया। खुरासान प्रोविंस ने आगे कहा कि ये हमला पैगंबर पर टिप्पणी करने वालों के लिए एक सबक है।
इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISKP) ने बताया कि ‘अबू मोहम्मद अल ताजिकी’ ने इस विस्फोट की घटना को अंजाम दिया है। आतंकी समूह ने ये भी कहा कि इस हमले में सबमशीन गन और हथगोले के साथ-साथ 4 IED और एक कार बम का भी इस्तेमाल किया गया।
आतंकी संगठन ने आगे कहा कि हमले में करीब 50 हिंदू सिख और तालिबानी सदस्य मारे गए हैं और ये हमला एक भारतीय नेता द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई अपमानजनक टिप्पणी का बदला लेने के लिए किया गया। मिली जानकारी के मुताबिक, इस हमले में सिर्फ 2 लोगों के मारे जाने की पुष्टी हुई है, जबकि कम से कम 7 लोग घायल हुए हैं।
भारत ने करता परवान गुरुद्वारे पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने भी इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर आतंकी हमला करना बेहद निंदनीय है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, अफ़ग़ानिस्तान में प्रार्थना और अरदास स्थल पर हुए आतंकवादी हमलों की वजह से वो चिंचित है।
बता चलें कि, अफ़ग़ानिस्तान के करता परवान गुरुद्वारे में शनिवार को कई धमाके हुए, इस घटना में 2 लोगों की मौत हो गई। हालांकि अफ़ग़ानिस्तान के सुरक्षाबलों ने एक बड़ी घटना को टाल दिया और विस्फोट से लदे वाहन को अरदास स्थल पर आने से पहले ही रोक दिया।