
पेरिस: फ्रांस (France) में मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले स्विमसूट बुर्किनों को लेकर एक बार फिर से बहस छिड़ गई है। फ्रांस में बुर्किनों को लेकर हुआ विवाद थमता नज़र नहीं आ रहा है। फ्रांस के ग्रेनोबल शहर ने पिछले महीने सार्वजनिक स्विमिंग पूल में महिलाओं के बुर्किनी पहनने को मंजूरी दी थी, जिसे अदालत ने रद्द कर दिया था। अब इस फैसले को ग्रेनोबल प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर अदालत कभी भी फैसला सुना सकती है।
France burkini ban challenged in country’s top court https://t.co/4hyF9ZjxIc
— The Independent (@Independent) June 15, 2022
आपको बताते हैं आखिर क्या होता है बुर्किनी
बुर्किनी दरअसल कई मुस्लिम महिलाओं द्वारा स्विमिंग के दौरान पहने जाने वाला स्विम सूट होता है। इस स्विम सूट में शरीर पूरी तरह से ढका रहता है। फ्रांस (France) में आलोचक इसे देश के इस्लामीकरण के प्रतीक के रूप में देखते हैं, जिस कारण ये हमेशा से एक विवादास्पद मुद्दा रहा है।
बीते मई के महीने में ग्रेनोबल सरकार ने औपचारिक रूप से महिलाओं को राज्य के सार्वजनिक स्विमिंग पूल में स्विमवियर बुर्कीनी पहनने की मंजूरी दी थी। ग्रेनोबल प्रशासन ने लगभग 10 साल के प्रतिबंध के बाद बुर्किनी के इस्तेमाल पर लगी रोक हटाई थी। इस मामले को लेकर फ्रांस (France) की सरकार बुर्किनी के पक्ष में नहीं है। फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डार्मानिन (Gerald Darmanin) ने बुर्किनी का विरोध करते हुए इसे सेक्युलरिज्म (Secularism) के खिलाफ बताया है। उन्होंने कहा है कि यह अस्वीकार्य और समुदाय को उकसाने वाला है। ये फैसला मूल्यों और धर्मनिरपेक्षता को लेकर हमारे हमारे कानूनों के विपरीत है।
आपको बताते हैं बुर्किनी को लेकर क्या कहता है फ्रांस का धर्मनिरपेक्षता कानून
फ्रांस (France) के धर्मनिरपेक्षता कानून 1905 के तहत स्विमिंग पूल सहित सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक प्रतीक चिन्हों को मंजूरी दी गई है लेकिन ये मंजूरी तभी तक है जब तक सुरक्षा या स्वच्छता मानकों से किसी तरह का समझौता नहीं करें। फ्रांस में बुर्किनी से जुड़ा ये विवाद स्वच्छता या सुरक्षा का नहीं बल्कि देश के सबसे बड़े सामाजिक संघर्ष से जुड़ा हुआ है।
ग्रेनोबल के मेयर एरिक पियोल (Eric Piolle) ने अदालत में सुनवाई के दौरान कहा, हम नया अधिकार तैयार नहीं कर रहे। हम 2012 से पहले के दौर के नियमों में लौट रहे हैं। ज्ञात हो कि 2021 में कई महिला कार्यकर्ताओं पर ग्रेनोबल में सार्वजनिक स्विमिंग पूल में बुर्किनी पहनने पर जुर्माना लगाया गया था, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था। अब इस बुर्किनी विवाद को लेकर अदालत कभी भी अपना फैसला सुना सकती है। फैसले की कोई तारीख तय नहीं है।